सिमडेगा की कश्टी देवी महिला समूह से जुड़कर अपनी बहू सुमन के साथ परम्परागत वाद्ययंत्र मांदर बनाकर आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हैं
देश के विकास में आधी आबादी महती योगदान दे रही हैं । सिमडेगा की कश्टी देवी जेएसएलपीएस के तहत महिला समूह से जुड़कर अपनी बहू सुमन के साथ परम्परागत वाद्ययंत्र मांदर बनाकर आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हैं । होल्ड अप साउंड – रिपोर्ट vo-1 सरकार की कोशिशों से सामाजिक आर्थिक बदलाव की बयार बह रही है ।
सिमडेगा में आधी आबादी भी इस बड़े बदलाव की वाहक बन रहीं हैं । जिले के सिकरियाटांड़ पंचायत अंतर्गत सोगड़ा गांव की कश्टी देवी हड़िया दारु बेचकर कभी किसी तरह गुज़र बसर कर रहीं थीं । जेएसएलपीएस के तहत महिला समूह से जुड़ने के बाद उनकी ज़िंदगी बदल गयी ।
फूलो- झानो आशीर्वाद योजना के तहत 10 हजार रुपये का ब्याजमुक्त ऋण लेकर उन्होने अपनी बहू सुमन के साथ परम्परागत वाद्ययंत्र मांदर बनाने के काम शुरू किया जो अब काफी फल फूल रहा है । बाइट – कश्टी देवी vo-2 वहीं कश्टी देवी की बहू सुमन भी अपने नए काम से ख़ासी खुश हैं ।
उन्होने कहा कि उनके द्वारा बनाए गए मांदर की अच्छी बिक्री हो रही है और वे आत्मनिर्भर होकर सम्मानजनक तरीके से जीवन यापन कर रही हैं। बाइट – सुमन vo-3 सिमडेगा जिले के सोगड़ा गांव की ये दो महिलाएं क्षेत्र में आज नज़ीर बन गयी हैं । गाँव में उनकी कामयाबी के चर्चे हो रहें जिससे अन्य महिलाओं के बीच भी सकारात्मक सोच से बदलाव की ललक दिख रही है । सिमडेगा से मनोज कुमार सिन्हा मनु की रिपोर्ट ।